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कोलकाता। बदलते जमान के साथ साथ बुजुर्गो की समस्याएं भी बढ़ती जा रही है। पारिवारिक मूल्यों में आ रही गिरावट के कारण बुजुर्गों के प्रति सम्मान में कमी आती जा रही है। इसी कारण ज्यादातर बुजुर्ग अपने घरों में अपने ही लोगों से परेशान हैं। एक सर्वे के मुताबिक भारत में 60 साल से ऊपर की उम्र वाले 90 लाख बुजुर्ग हैं। इनमें से ज्यादातर अपने बेटों और बहुओं से परेशान हैं।
हेल्प एज इण्डिया की ओर से कराए गए सर्वे के मुताबिक बुजुर्ग बेटों से ज्यादा बहुओं से परेशान हैं। सर्वे के मुताबिक 44 फीसदी बुजुर्ग बेटों से जबकि 63 फीसदी अपनी बहुओं से परेशान हैं। सर्वे के मुताबिक 60 फीसदी बुजुर्ग तानों से परेशान हैं जबकि 48 फीसदी के साथ मारपीट भी होती है। सर्वे के अनुसार बुजुर्गो के खिलाफ अपराधों में दिल्ली और एनसीआर सबसे आगे हैं जबकि कोलकाता इस मामले में सबसे पीछे है।
सर्वे के अनुसार 41 फीसदी वरिष्ठ नागरिकों का कहना है कि पिछले तीन साल में बुर्जुगों के खिलाफ होने वाले अपराध में बढ़ोतरी हुई है। आधे से ज्यादा वरिष्ठ नागरिकों का कहना है कि अपराध के लिए वे सॉफ्ट टारगेट होते हैं। सर्वे के मुताबिक 98 फीसदी बुर्जुग अपने खिलाफ होने वाले अपराध की शिकायत नहीं करते। इससे जाहिर होता है कि वे चुपचाप अपमान सहते रहते हैं।
सर्वे के मुताबिक 52 फीसदी बुजुर्ग अनपढ़ हैं जबकि 66 फीसदी आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हैं। 50 फीसदी बुजुर्ग वित्तीय रूप से अपने बेटों और बहुओं पर निर्भर हैं। जबकि 85 फीसदी अपने इलाज के खर्चे के लिए दूसरों पर निर्भर हैं।
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